उठो देश के वीर जवानों
माँ ने हमें पुकारा है
दुश्मन ने सीमा पर
फिर हमको
ललकारा है
इस मिट्टी के कण-कण में
बहता खून हमारा है
दूर हटो तुम दूर हटो
हिन्दुस्तान हमारा है
कायर नहीं हम
अमन शान्ति के रखवाले
मन के सीधे सच्चे
पर हैं हिम्मत वाले
माँ की रक्षा के खातिर
सीने में गोली खाएंगे
मर जाएंगे मिट जाएंगे
वीर सपूत कह लाएंगे
नन्हें फूल चमन के
ये बगिया सबसे न्यारी है
धरती माँ तू हमको
जान से भी प्यारी है
उठो देश के वीर जवानों
माँ ने हमें पुकारा है
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महेश्वरी कनेरी
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई
ReplyDeleteहिन्दुस्तान हमारा है
बिल्कुल सच
सादर
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
ReplyDeleteसादर
सुंदर और ओजस्वी कविता, स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ.
ReplyDeleteरामराम.
सुंदर कविता ..... जय हिन्द
ReplyDeleteसुंदर कविता .. स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteराष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत बहुत ही सुन्दर बाल रचना
ReplyDeleteसादर!
सुंदर कविता .....भारत माँ को नमन
ReplyDeleteबहुत प्रभावी प्रस्तुति...जय हिन्द!
ReplyDeletebhaktimay ..bhawmay aur prerak prastuti ....
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