मेरा भैया |
मेरा भैया सबसे प्यारा
गोलू-मोलू न्यारा-न्यारा
बाँहों के झूले में उसे झुलाती
गीत चंदा का गाकर उसे सुलाती
सब की आँखों का,है वो तारा
मेरा भैया सबसे प्यारा ....
होठ घुमा घुमा कर वो बतियाता
अंगु-अंगु कह कर मुझे हँसाता
अनबुझ शब्दों का,है वो पिटारा
मेरा भैया सबसे प्यारा ....
चमकीली गोल-गोल मुस्काती आँखें
नन्हें होठ जैसे हों संतरे की फाँकें
हम सबका है, वो दुलारा
मेरा भैया सबसे प्यारा....
ईश्वर से मैंने भैया माँगा था
ऐसा ही भैया ,मैंनें चाहा था
निर्मल पावन प्यार हमारा
मेरा भैया सबसे प्यारा
गोलू-मोलू न्यारा-न्यारा
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महेश्वरी कनेरी
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (03-05-2013) के "चमकती थी ये आँखें" (चर्चा मंच-1233) पर भी होगी!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आभार आप का..
Deleteबहुत ही प्यारी कविता
ReplyDeleteसादर
सच में प्यारा सा भैया और बहुत प्यारी कविता .....
ReplyDeleteजितना प्यारा भइया उतनी ही प्यारी कविता ...
ReplyDeletevibha rani Shrivastava left a new comment on post "मेरा भैया":
ReplyDeleteशुभप्रभात दीदी
प्यारे भैया को किसी की नज़र ना लगे
हार्दिक शुभकामनायें
बहुत बढ़िया प्रस्तुति ....
ReplyDeleteबहुत प्यारी बाल रचना |मेरा भैया सब से प्यारा |
ReplyDeleteसच में उसका भैया प्यारा है...ढेरों शुभाशीष दोनों बच्चों को|
ReplyDeleteमेरा भैया प्यारा है...........हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत प्यारा भैया...हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeletebachpn ki yad dila di ...
ReplyDeleteso lovely :)
ReplyDeleteबहुत सुन्दर मासूम भैया जैसी बाल रचना ...
ReplyDeleteप्यारे -प्यारे शब्दों की रचना ...!!
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