हम बच्चें
हम छोटे –छॊटे बच्चें
हैं
अक्ल के नहीं हम कच्चे
हैं
कदम हमारे छोटे है
पर
हिम्मत के हम पक्के
हैं
बात पते की करते हम
है
सच्ची बातें हम करते
आसमां को छूने की भी
हिम्मत हम भी रखते हैं
झूठ से नफरत है हमको
लालच कभी न करते
जितनी भी मिल जाती
हमको
खुशी खुशी ले लेते
आँधी आए या तूफान
हम नहीं डरा करते हैं
काले काले बादल में
भी
इन्द्रधनुष रचा करते
हैं
हम छोटे –छोटे बच्चें
हैं
अक्ल के हम नहीं कच्चे
हैं
कदम हमारे छोटे है
पर
हिम्मत के हम पकके
हैं
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महेश्वरी कनेरी