बाल मन की राहें कितनी सीधी कितनी सच्ची भोली भाली न छल न कपट, स्वार्थ रहित साफ सुथरी प्यारी प्यारी सी....तो आओ हम भी इस राह पर चल कर देखें
बहुत सुन्दर और शिक्षाप्रद...
बढियाशुभकामनाएं
आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (16-01-13) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |सूचनार्थ |
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!मकरसंक्रान्ति की शुभकामनाएँ।
बहुत अच्छा लगा गीत , हम बच्चे भी सुनकर समझ सकते हैं
सुन्दर नृत्य और सुन्दर शिक्षाप्रद गीतों के साथ ...बहुत सुन्दर कार्यक्रम रहा...मनमोहक...:-)
वाकई सुंदर गीत, नृत्य और साथ ही साथ काफी शिक्षाप्रद ...सादर !
बहुत सुन्दर और शिक्षाप्रद...
ReplyDeleteबढिया
ReplyDeleteशुभकामनाएं
आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (16-01-13) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |
ReplyDeleteसूचनार्थ |
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
ReplyDeleteमकरसंक्रान्ति की शुभकामनाएँ।
बहुत अच्छा लगा गीत , हम बच्चे भी सुनकर समझ सकते हैं
ReplyDeleteसुन्दर नृत्य और सुन्दर शिक्षाप्रद गीतों के साथ ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर कार्यक्रम रहा...
मनमोहक...:-)
वाकई सुंदर गीत, नृत्य और साथ ही साथ काफी शिक्षाप्रद ...
ReplyDeleteसादर !