उठो देश के वीर जवानों
माँ ने हमें पुकारा है
दुश्मन ने सीमा पर
फिर हमको
ललकारा है
इस मिट्टी के कण-कण में
बहता खून हमारा है
दूर हटो तुम दूर हटो
हिन्दुस्तान हमारा है
कायर नहीं हम
अमन शान्ति के रखवाले
मन के सीधे सच्चे
पर हैं हिम्मत वाले
माँ की रक्षा के खातिर
सीने में गोली खाएंगे
मर जाएंगे मिट जाएंगे
वीर सपूत कह लाएंगे
नन्हें फूल चमन के
ये बगिया सबसे न्यारी है
धरती माँ तू हमको
जान से भी प्यारी है
उठो देश के वीर जवानों
माँ ने हमें पुकारा है
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महेश्वरी कनेरी